पृथ्वी की आंतरिक बनावट एवं शैल: कक्षा 7 की भूगोल पुस्तक के अध्याय 2 से ली गयी है। इस अध्याय में हम पृथ्वी संरचना एवं आंतरिक बनावट के बारें में विस्तार से पढ़ेंगे साथ ही इस पाठ से आने वाली महत्वपूर्ण प्रश्नों के उत्तर भी देखेंगे। हम सिर्फ उन महत्वपूर्ण प्रश्नों के बारे में जानेंगे जिसकी परीक्षा में आने की संभावना सबसे अधिक है।
प्रश्नों को सुलझाने में बहुत ही सावधानी बाराती गयी है यदि फिर भी आपको कोई त्रुटि दिखती है तो हमें अपना सुझाव जरूर भेजें। हम आपके प्रश्न का जवाब देने का पूर्ण प्रयास करेंगे।
1.रिक्त स्थानों की पूर्ति करें- Prithavi Ki Antarik Banavat Evam Shail
(1)पृथ्वी की त्रिज्या किमी है।
(11)ताजमहल चट्टान से बना है।
(111)पृथ्वी के आंतरिक परत निफे का धनत्व है।
(1V)आधारभूत चट्टान के नाम से
चट्टान को जाना जाता है।
उत्तर यहाँ देखे-(1)6371 km (11)कायांतरित (111) 11 (1V)आग्नेय
2.सही उत्तर लिखें - Prithavi Ki Antarik Banavat Evam Shail
1.आग्नेय चट्टान बनती है-
(क)गलित मैग्मा के ठंडा होने से√
(ख)अवसादों के जमा होने से
(ग)चट्टानों के रूपांतरण से
(घ)अवसाद के अपरदन से
11.पृथ्वी की सबसे भीतरी परत है -
(क)सीमा
(ख)मेंटल
(ग)क्रोड√
(घ)पर्पटी
111.कोयला, पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस उदाहरण हैं-
(क)शैल
(ख)खनिज√
(ग)जीवाश्म
(घ)पेड़
1V.पृथ्वी की सबसे पतली परत है -
(क)पर्पटी√
(ख)मेंटल
(ग)क्रोड
(घ)चट्टान
V.वे चट्टानें जीवाश्म होते हैं-
(क)आग्नेय
(ख)अवसादी√
(ग)कायांतरित
(घ)अंतर्भेदी आग्नेय चट्टान
3.निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में दीजिए-
(1)पृथ्वी की आंनतरिक संरचना की जानकारी का प्रमुख स्रोत के नाम बतावे।
उत्तर- आंतरिक संरचना की जानकारी का मुख्य स्रोत निम्नलिखित है-
1. तापमान 2.घनत्व 3.भूकम्पीय तरंग
(11)चट्टान क्या है?
उत्तर- पृथ्वी की पर्पटी बनाने वाले खनिज पदार्थ के किसी भी प्राकृतिक पिंड को चट्टान कहते है।
(111)सीमा परत में किन तत्वों की प्रधानता है?
उत्तर- सीमा में रासायनिक बनावट के दृष्टिकोण से इस परत में si - सिलिका एवं ma - मैग्शियम की प्रभानात होती है।
(1V)बलुआ पत्थर किस प्रकार की चट्टान है?
उत्तर- बलुआ पत्थर पर अवसादी चट्टान है।
4.लघु उतरीय प्रश्न- Prithavi Ki Antarik Banavat Evam Shail
(1)चट्टान और खनिज में अंतर बताएँ।
उत्तर- चट्टान और खनिज में निम्नलिखित अंतर हैं-
चट्टान -
(a)एक या एक से आधिक खनिज पदार्थ जिसमें स्थलमंडल का निर्माण हुआ है चट्टान कहलाते हैं।
(b)चट्टान प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले खनिज के मिश्रण हैं।
(c)चट्टान तीन प्रकार के होते हैं-आग्नेय अवसादी और रूपांतरित।
(d)ग्रेनाइट, संगमरमर, स्टेल आदि चट्टानों के उदाहरण हैं।
खनिज-
(a)खनिज प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले ऐसे पदार्थ हैं जो एक तत्व या तत्वों के यौगिकों से बने हैं।
(b)अधिकतर खनिज सिलीकान तथा ऑक्सीजन से निर्मित होते हैं।
(c)क्वार्टर इसका एक अच्छा उदाहरण हैं।
(d)लोहा, ताँबा, सोना तथा अभ्रक खनिजों के उदाहरण हैं।
(11)चट्टान के प्रमुख प्रकारों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर -चट्टानें मुख्यत: तीनप्रकारकी होती है।
(क)आग्नेय चट्टान: आग्नेय चट्टान-तरल मैग्मा ठंडा होकर ठोस बन जाता है। इस प्रकार के बने चट्टानों को आग्नेयय चट्टान कहते है। आग्नेय चट्टानें दो प्रकार के होते हैं - (a)अंतर्भेदी चट्टानें (b)बहिर्भेदी चट्टानें।
(ख)अवसादी या परतदार चट्टान- आवसादी या परतदार चट्टान-चट्टानों के टुकड़े चटक कर, लुढ़क कर या आपस में टकरा कर टूट जाते हैं। इन छोटे कणों को अवसाद कहते हैं।
(ग)कायांतरित या रूपांतरित चट्टान- जैसे बलुआ पत्थर के दानों से बनता है। कायांतरित या रूपांतरित चट्टान-जब आग्नेय एवं अवसादी चट्टान उच्च ताप एवं दवाब के कारण मूल स्वरूप से परिवर्तन हो जाती है, तो उसे कायांतरित चट्टान मिट्टी स्लेट में परिवर्तन हो जाती है।
(III) भूपृष्ठ में पाये जाने वाले तत्वों का नाम लिखें?
उत्तर: भूपृष्ठ का 98 प्रतिशत भाग आठ तत्वों के मिलने से बना है। भूपटल में सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला धातु है ऑक्सीजन 46% तथा सिलिकन 27.7 प्रतिशत है। खनिज हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भू-पृष्ठ पर सर्वाधिक मात्रा में पाया जाने वाला खनिज सिलिकेट है।
5.अंतर बताएं- Prithavi Ki Antarik Banavat Evam Shail
(1) अंतर्भेदी आग्नेय चट्टान और परतदार।
उत्तर: पृथ्वी की सतह की सबसे उपरी परत को पर्पटी कहते हैं। यह सबसे पतली परत है। महाद्वीपीय भाग मेंइसकी मोटाई 35 कि०मी० तथा महासागरीय भाग में 5 कि० मी है।
उत्तर: पृथ्वी की सतह की सबसे उपरी परत को पर्पटी कहते हैं। यह सबसे पतली परत है। महाद्वीपीय भाग मेंइसकी मोटाई 35 कि०मी० तथा महासागरीय भाग में 5 कि० मी है।
(11)भू-पर्पटी और क्रोड
उत्तर: आंतरिक क्रोड या अंत: क्रोड पृथ्वी का अंतरतम या सबसे भीतरी भाग है जिसका पता भूकंप विज्ञान के अध्यनों द्वारा लगाया गया है। जिसकी त्रिज्या लगभग 1220 किमी है और यह आकार में चंद्रमा के आकार का लगभग 70% है।
उत्तर: आंतरिक क्रोड या अंत: क्रोड पृथ्वी का अंतरतम या सबसे भीतरी भाग है जिसका पता भूकंप विज्ञान के अध्यनों द्वारा लगाया गया है। जिसकी त्रिज्या लगभग 1220 किमी है और यह आकार में चंद्रमा के आकार का लगभग 70% है।
6.काराण बताएं-
(1)बलुआ पत्थर परतदार चट्टान है।
उत्तर: अपरदन के दूत जल, वायु हिमनदी आदि द्वारा आग्नेय चट्टानें टूट कर महीन काणों में बदल जाती है। इन छोटे कणों को अवसाद कहते हैं। इन अवसादों को हवा, जल इत्यादि के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचा कर जमा कर दिया जाता है। ये अवसाद दब कर कठोर होकर चट्टान की परत बनाते हैं। ऐसी ही चट्टान को अवसादी कहते हैं। उदाहरण के लिए बलुआ पत्थर रेत के दानों से बनता है। अवसादी चट्टानों में जिवाश्म भी पायें जाते हैं।
उत्तर: अपरदन के दूत जल, वायु हिमनदी आदि द्वारा आग्नेय चट्टानें टूट कर महीन काणों में बदल जाती है। इन छोटे कणों को अवसाद कहते हैं। इन अवसादों को हवा, जल इत्यादि के द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचा कर जमा कर दिया जाता है। ये अवसाद दब कर कठोर होकर चट्टान की परत बनाते हैं। ऐसी ही चट्टान को अवसादी कहते हैं। उदाहरण के लिए बलुआ पत्थर रेत के दानों से बनता है। अवसादी चट्टानों में जिवाश्म भी पायें जाते हैं।
(11) अंतर्भेदी आग्नेय चट्टान में रवा का आकार बड़ा होता है।
उत्तर: तरल मैग्मा जब कभी भू-पर्पटी के अंदर में ही ठंडा हो जाता है तब इससे बनी चट्टानों को अंतर्भेदी आग्नेय चट्टान कहते हैं। धीरे- धीरे ठंडा होने के कारण इन चट्टानों में रवों का आकार होता है।
7.दीर्घ उत्तरीय प्रश्न: Prithavi Ki Antarik Banavat Evam Shail
(1) चट्टानी - चक्र का सचित्र वर्णन करें।
उत्तर: चट्टानों अपने मूल स्वरूप में अधिक समय तक नहीं रहती, बल्कि इसके स्वरूप में परिवर्तन होता रहता है।चट्टानें चक्रीय तरीके से एक दूसरे में परिवर्तित हो जाती हैं।इसी प्रकिया को चट्टानी चक्र कहते हैं। आप जानते हैं कि गलित मैग्मा ठण्डा होकर ठोस आग्नेय चट्टान बन जाती है। ये आग्नेय छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर स्थानांतरित होकर अवसादी शैल का निर्माण करते हैं। ताप एवं दाब के कारण आग्नेय चट्टानें तथा अवसादी चट्टानें कायांतरित चट्टानों में बदल जाती हैं। अत्यधिक ताप के कारण कायांतरित चट्टानें पुन: पिघल कर तरल मैगमा बन जाती हैं। यह तरल पुन: ठण्डा होकर ठोस आग्नेय शैल में परिवर्तीत हो जाता है।
(11) हमारे जीवन में चट्टान का क्या महत्व है?
उत्तर: चट्टानें हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं। कठोर चट्टानों सड़क, घर एवं इमारत बनाने में किया जाता है। चट्टान खनिजों का स्त्रोत हैं। इसका उपयोगी कच्चा माल के रूप में उधोगों में किया जाता है, जैसे ग्रेफाइट का उपयोग पेंसिल बनाने में, फास्फेराइट का उपयोग उर्बरक बनाने में किया जाता है।
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