जलमंडल कक्षा 7 महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर ए० सी० इ० आर० टी० समाधान: झारखण्ड अधिविद्ध परिषद् राँची द्वारा जारी पाठ्यक्रम के आधार पर पठान करने वाले विद्यार्थियों के लिए मुख्य तौर पर इस वेबसाइट को तैयार किया गया है। परीक्षा से संबंधित सभी प्रकार के सुविधाओं को पाने के लिए हमारे साथ जुड़े रहे।
इस पाठ में जलमंडल को पढ़ेंगे और जानेगें यह पर्यारवण जगत के लिए क्यों आवश्यक है। यदि कसी प्रकार की कोई कमी रह जाती है तो कमेंट में लिखें। इससे हमारे वेबसाइट को सुधार करने में हमें सहयोग मिलेगी और आपको पहले से अधिक सुविधा दे पाएँगे। चलिए प्रश्नों का सिलसिला शुरू करते है।
जलमंडल कक्षा 7 महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर ए० सी० इ० आर० टी० समाधान: रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
1.पृथ्वी के लगभग भाग में जल है।
11.समुद्री जल की औसत लवणता होती है।
111.महासागरीय जल में मुख्यत: प्रकार की गतियाँ होती हैं।
1V.महासागरों में ज्वार भाटे और के आकर्षण बल के कारण आते हैं।
V.वृहत ज्वार और के दिन आते हैं।
उत्तर यँहा देखें-1.दो तिहाई, 11.35 भाग प्रति हजार ग्राम, 111.तीन, 1V.सूर्य, चंद्रमा, V.पूर्णिमा, अमावस्या
जलमंडल कक्षा 7 महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर सही उत्तर लिखें:
1.लेब्राडोर धारा ठंडी धारा का उदाहारण है।√
11.पृथ्वी पर उपलब्ध कुल जल राशि का मात्र 2.7 प्रतिशत स्वच्छ जल है।√
111.सुनामी महासागरों में प्रवाहित होनेवाली गर्म जलधारा है।X
1V.महासागरीय जल का तट की और ऊपर उठना ज्वार कहलाता है।X
V.अलनीनो महासागर में स्थित एक पर्वत का नाम है।X
निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक वाक्य में दें: जलमंडल कक्षा 7 महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर
1. जलचक्र क्या है?
Ans-जिस प्रक्रम में जल लगातार अपने स्वरूप को बदलता रहता है और महासागरों, वायु एवं धरती के बीच चक्कर लगाता है, उसको जलचक्र कहते हैं।
11.लवणता से आप क्या समझते हैं?
Ans-प्रति एक हजार ग्राम जल की मात्रा में उपलब्ध लवण की मात्रा को लवणता कहते हैं।
111.महासागरीय जल की विभिन्न गतियों के नाम लिखिए।
Ans-महासागरीय जल की गति तीन प्रकार की होती हैं।
(क)तरंगे(wave)
(ख)ज्वार-भाटा(Tide)
(ग)महासागरीय धाराएं(ocean currents)
1V.पृथ्वी से चंद्रमा की अधिकतम और न्यूनतम दूरी कितनी है?
उत्तर: चंद्रमा अपनी कक्षा में पृथ्वी से अधिकतम 4,05,696 कि. मी. तथा न्यूनतम 3,63,105 कि. मी. की दुरी पर है।
V.भारत का कौन-सा बंदरगाह उच्च ज्वार पर आश्रीत है।
उत्तर: विशेष- ओखा तट- यह गुजरात मे स्थित है। जिसमे भारत का सबसे ऊँचा ज्वार-भाटा आता है।यह बंदरगाह ओडीसा मे स्थित है। -यह भारत का एकमात्र ऐसा बंदरगाह है।
लघु उत्तरीय पश्न: जलमंडल कक्षा 7 महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर:
1.पृथ्वी पर जल के वितरण को समझाइए।
Ans-पृथ्वी पर जल का वितरण-
(क)महासागर - 97.3%
(ख)हिमानी - 2.0%
(ग)भूमिगत जल - 0.68%
(घ)झीलों का अलवण जल - 0.009%
(ड०)स्थलीय समुद्र एवं नमकीन झीलें - 0.009%
(च)वायुमंडल- 0.0019%
(छ)नदियाँ - 0.0001%
कुल- 100%
11.समुद्री तरंगें क्या हैं? ये किस प्रकार उपतन्न होती है?
Ans-महासागरीय सतह पर जल लगातार उठता और गिरता रहता है। इन्हें तरंगें कहते हैं। तरंगें सागरीय जल की सतह पर पवन के रगड़ के द्वारा उत्पन्न होती है। इन तरंगों की गति दोलनात्म होती है। तूफान के दौरान तेज पवन चलने के कारण काफी विशाल एवं ऊँचाई वाली तरंगें होती हैं।
111.सुनामी से आप क्या समझते हैं?
Ans-भूकंप ज्वाला मूखी या भूस्खलन के कारण कभी-कभी महासागरीय जल का अत्यधिक विस्थापन होता है। इसके कारण 15 मी० की ऊँचाई तक की ज्वारीय तरंगें उठती है जिन्हें सुनामी कहते हैं।
1V.ज्वार-भाटा क्या है? ये कैसे उपतन्न होते हैं?
Ans-दिन में दो बार नियम से महासागरीय जल का उठना एवं गिरना ज्वारभाटा कहलाता हैं। ज्वार भाटा की उत्पति के कारण-
(क)सूर्य एवं चंद्रमा के शक्तिशाली गुरुत्वाकर्षण बल के कारण पृथ्वी की सतह पर ज्वार-भाटे आते हैं।
(ख)जब पृथ्वी का जल चंद्रमा के निकट होता है उस समय चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण बल से जल अभीकर्षित होता है, जिसके कारण अच्च ज्वार आते हैं।
(ग)पूर्णिमा एवं अमावस्या के दिनों में सूर्य चंद्रमा एवं पृथ्वी तीनों एक सीध में होते है और इस समय सबसे ऊँचे ज्वार उठते हैं इस ज्वार को बृह्त् ज्वार कहते है।
(घ)लेकिन जब चाँद अपने प्रथम एवं अंतिम चतुर्थास में होता है, तो पृथ्वी एवं सूर्य का गुरुत्वकर्षण बल विपरीत दिशाओं में महासागरीय जल पर पड़ता है, परिणामस्वरूप निम्न ज्वार-भाटा आता है। ऐसे ज्वार को ज्वार-भाटा कहते हैं।
V.वृहत् ज्वार और लघु ज्वार में अंतर अस्पष्ट कीजिए।
Ans-वृहत् ज्वार-पूर्णिमा और अमावस्या के दिन सूर्य चंद्रमा एवं पृथ्वी तीनों एक सीधा में होते हैं तो दोनों की आकर्षण शक्ति एक साथ मिलकर काम करती है। इस समय सबसे ऊँचे ज्वार उत्पन्न होते हैं। इस ज्वार को वृहत् ज्वार कहते है।
लघु ज्वार-प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष एवं शुक्ल पक्ष की अष्टमी को सूर्य चंद्रमा के आकर्षण बल एक-दूसरे के विपरीत कार्य करते हैं। इस कारण लघु ज्वार का अनुभव किया जाता है।
अंतर बताएं-
1.उष्ण गर्म महासागरीय धाराएं और शीत ठंडी महासागरीय धाराएं।
Ans-उष्ण धरा भूमध्यरेखा के निकट उत्पन्न होता है तथा ध्रवों की ओर प्रभाहित होती है जबकि ठंडी ध्रवों या उच्च अक्षांशों से भूमध्यरेखा की ओर प्रवाहित होती है। गल्फ स्ट्रीम ब्राजील धारा उत्तरी अटलांटिक प्रवाह आदि गर्म धाराएं है, जबकि कैलिफोर्निया धारा लेब्रडोर धारा फाकलैंड धारा आदि ठंडी जल धाराएं है। गर्म धाराओं का तापमान सामान्य से कुछ ज्यादा तथा ठंडी धाराओं का तापमान सामान्य से कुछ कम होता।
11.वृहत ज्वार और लघु ज्वार।
Ans-वृहत् ज्वार-पूर्णिमा और अमावस्या के दिन सूर्य चंद्रमा एवं पृथ्वी तीनों एक सीधा में होते हैं तो दोनों की आकर्षण शक्ति एक साथ मिलकर काम करती है। इस समय सबसे ऊँचे ज्वार उत्पन्न होते हैं। इस ज्वार को वृहत् ज्वार कहते है।
लघु ज्वार-प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष एवं शुक्ल पक्ष की अष्टमी को सूर्य चंद्रमा के आकर्षण बल एक-दूसरे के विपरीत कार्य करते हैं। इस कारण लघु ज्वार का अनुभव किया जाता है।
कारण बताएं-
1.किनारों पर संमुद्री तरंगों का प्रभाव अधिक होता है।
Ans-सुनामी तरंगे पानी की दीवार की तरह तट पर टकराती हैं या बहुत तेजी से बाढ़ या ज्वार की तरह आगे बढ़ती है और रास्ते में आने वाली हर चीज को बहा ले जाती हैं। इन दोनों में से करती हैं। यदि किसी क्षेत्र में सुनामी तरंगे उच्च ज्वार या तूफान तरंगों के साथ आती है तब इनका संयुक्त प्रभाव भारी पैमाने पर तबाही मचाता है। सुनामी तरंगें तठ पर भारी ऊर्जा के साथ पहुँचती हैं।
11.अनेक देशों में पानी की समस्या है।
Ans-(क)लगभग 97.% जल लवणीय है।
(ख)केवल 2.8% जल शुद्ध है जिसका मनुष्य उपयोग कर सकता है।
(ग)जल का असंतुलित वितरण भी जल की कमी का एक कारण है।
(घ)मानव द्वारा जल की बर्बादी एवं लापरवाही द्वारा उपयोग जल की कमी का एक प्रमुख कारण है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न-
1.जलचक्र को एक स्वच्छ चित्र के द्वारा समझाए।
Ans-पृथ्वी पर उपस्थित जल का प्रवाह महासागर वायुमंडल एवं स्थल के बीच लगातार होता रहता है। से ही जल चक्र कहते हैं। पृथ्वी पर जो जल आज से हजारों वर्ष पूर्व उपस्थित था वही जल आज भी है। सिर्फ इसका चक्रण होता रहता है। सूर्य की गर्मी के कारण जलराशियाँ जलवाष्प में परिवर्तन होकर वायुमंडल में चली जाती है। वहाँ यह जलवाष्प ठंडा होकर वायुमंडल में चली जाती हैं। वहाँ यह जलवाष्प ठंडा होकर संधनित होता है एवं बादलों का रूप ले लेता है। पुन: वर्षा ओला, हिमपात, ओस के रूप में वापस धरातल पर लोटता है।
11.महासागरीय धाराओं के प्रभावों को समझाए।
Ans-(क)महासागरीय धाराएं किसी क्षेत्र के तापमान को प्रभावित करती हैं। गर्म धाराओं से स्थलीय तट का तापमान अधिक तथा ठंडी धाराओं से तापमान कम हो जाता है।
(ख)जिस स्थान पर गर्म एवं ठंडी जल धाराएं मिलता है, वह स्थान विश्व का सर्वोतम मत्स्य क्षेत्र माना जाता है।(ग)गर्म और ठंडी धाराओं के मिलन से घना कुहरा उत्पन्न होता है, जिसमें नौ-संचालन में बाधा पहुँचती है।
(घ)गर्म जल धाराएं अपने साथ जल वाष्प लेकर चलती है, जिसके कारण उसके प्रभाव वाले तटीय क्षेत्रों वर्षा होती है।
111.पृथ्वी पर दो तिहाई भाग में जल है, फिर भी प्रत्येक ग्रीष्म ऋतु में पानी की समस्या क्यों होती है?
Ans-वृक्षों की कटाई प्रदूषण भोम जल के स्तर में कमी कारखानों के अवशेषों को सीधे नदीयों में विसर्जित करना।
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